बिचालियों के शिकार हो रहे हैं धान किसान
लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया है कि धान खरीद शुरू हुए डेढ़ महीना बीत गया है बावजूद प्रदेश में बहुत जगहों पर अभी भी खरीद केन्द्र नहीं खुले हैं। इतना ही नहीं सरकारी क्रय केन्द्रों पर समर्थन 1815 रुपये प्रति कुंतल में धान की खरीद नहीं हो रही। ऐसे में धान किसान बिचौलियों का शिकार हो रहे हैं। यादव ने शुक्रवार को यहां जारी अपने बयान में कहा धान खरीद में बिचौलियों के साथ खरीद केन्द्रों के अधिकारियों/ कर्मचारियों की मिलीभगत की शिकायतें मिल रही हैं।
उन्होंने सरकारी क्रय केन्द्रों पर धान नहीं खरीदे जाने पर किसान मजबूरी में आढ़तियों के हाथों औने-पौने दामों में अपना धान बेचने को मजबूर हो रहा है। उन्होंने कहा कई जगह तो किसान 1200 रुपये प्रति कुंतल में ही धान बेचने को मजबूर हैं। सपा अध्यक्ष ने कहा देर से बारिश होने से भी धान किसान बर्बाद हुआ है। कई जिलों में जलभराव से अगली फसल भी नहीं हो सकेगी। अकेले बलिया में ही 4 हजार एकड़ धान की खेती पानी में डूबी है। कई जिलों में धान बीमारी का शिकाय हो गया है।
ऐसे में भाजपा सरकार संवेदनहीन बनी है। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा राज्य के आलू और गन्ना किसान परेशान हैं। आलू किसानों को तो न्यूनतम समर्थन मूल्य भी नहीं मिल रहा और फसल खरीद की व्यवस्था है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार चीनी मिल मालिकों पर मेहरबान है तभी कानूनी प्रावधान होने के बावजूद किसानों को उनके बकाये पर 14 दिन बाद मिलने वाले ब्याज का भुगतान नहीं दिया जा रहा है।
उन्होंने कहा भाजपा सरकार की प्राथमिकता में किसान नहीं बल्कि पूंजीपति हैं। तभी चीनी मिल मालिकों ने अभी तक गन्ना किसानों का 3000 करोड़ रुपये का भुगतान अभी तक नहीं किया है।







